पंचतंत्र की कहानी:- नन्हीं चिड़िया ( panchtantra ki kahani:- little bird)


पंचतंत्र की कहानी:- नन्हीं चिड़िया(panchtantra ki kahani:- little bird)

panchtantra ki kahani:- little bird

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Panchtantra ki kahaniya| बहुत समय पुरानी बात है, एक बहुत घना जंगल हुआ करता था। एक बार किन्हीं कारणों से पूरे जंगल में भीषण आग लग गई। सभी जानवर देख कर डर रहे थे कि अब क्या होगा??

थोड़ी ही देर में जंगल में भगदड़ मच गई सभी जानवर इधर से उधर भाग रहे थे पूरा जंगल अपनी अपनी जान बचाने में लगा हुआ था। उस जंगल में एक नन्ही चिड़िया रहा करती थी उसने देखा कि सभी लोग भयभीत हैं जंगल में आग लगी है मुझे लोगों की मदद करनी चाहिए।panchtantra ki kahani:- little bird

यही सोच कर वह जल्दी ही पास की नदी में कई और चोच में पानी भरकर लाई और आग में डालने लगी। वह बार-बार नदी में जाती और चोंच में पानी डालती। पास से ही एक उल्लू गुजर रहा था उसने चिड़िया की इस हरकत को देखा और मन ही मन सोचने लगा बोला कि यह चिड़िया कितनी मूर्ख है इतनी भीषण आग को यह चोंच में पानी भरकर कैसे बुझा सकती है।

यही सोचकर वह चिड़िया के पास गया और बोला की तुम मूर्ख हो इस तरह से आग नहीं बुझाई जा सकती है।panchtantra ki kahaniya

चिड़िया ने बहुत विनम्रता के साथ उत्तर दिया-“मुझे पता है कि मेरे इस प्रयास से कुछ नहीं होगा लेकिन मुझे अपनी तरफ से best करना है, आग कितनी भी भयंकर हो लेकिन मैं अपना प्रयास नहीं छोड़ूंगी”

उल्लू यह सुनकर बहुत प्रभावित हुआ।

कहानी से शिक्षा:- तो मित्रों यही बात हमारे जीवन पर भी लागू होती है कि जब कोई भी परेशानी आती है तो इंसान घबराकर हार मान लेता है लेकिन हमें बिना डरे प्रयास करते रहना चाहिए यहीं इस कहानी की शिक्षा है



पंचतंत्र की कहानी:- चार मित्र और शिकारी(panchtantra ki kahani:- char mitra aur shikari)

panchtantra ki kahani:- nanhi chidiya

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घर में हिरण कौवा कछुआ और चूहे की गाढ़ी मित्रता थी। एक बार जंगल में शिकारी आया और उस शिकारी ने हिरण को अपने जाल में फंसा लिया।

अब बेचारा हिरण असहाय सा जाल में फंसा था उसे लगा कि आज मेरी मृत्यु निश्चित है। इस डर से वह घबराने लगा। तभी उसके मित्र कौवें ने यह सब देखा और उसने कछुआ और चूहे को भी हिरण की सहायता के लिए बुला लिया। panchtantra stories in hindi

कौवे ने फंसे ही हिरन पर इस तरह चोंच मारना शुरू कर दिया जैसे कौवे किसी मृत जानवर की लाश को नोच कर खाते हैं अब शिकारी को लगा कि कहीं यही हिरन मर तो नहीं गया।

तभी कछुआ उसके आगे से गुजरा। शिकारी ने सोचा हिरन तो मर गया इस कछुए को ही पकड़ लेता हूं यही सोचकर वह कछुए के पीछे पीछे चल दिया।

इधर मौका पाते ही चूहे ने हिरन का सारा जाल काट डाला और उसे आजाद कर दिया। panchtantra ki kahani

शिकारी कछुए के पीछे पीछे जा ही रहा था कि तभी कौआ उड़ता हुआ आया और कछुए को अपनी चोंच में दबाकर उडा़ ले गया। इस सभी मित्र ने मिलकर एक दूसरे की जान बचाई।

कहानी से शिक्षा:- साथ में मिलकर कार्य करने से कठिन कार्य भी आसान हो जाते हैं।hindi moral stories

हम इसी तरह की panchtantra ki kahani, moral stories आपके लिए लाते रहेंगें।





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