संदेश

फ़रवरी, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Satya ki jeet | Hindi kahani

चित्र
Satya ki jeet | Hindi kahani Satya ki jeet | Hindi kahani Satya ki jeet | Hindi kahani । किसी जमाने में एक राजा था। वह बड़ा नेक था। अपनी प्रजा की भलाई के लिए प्रयत्न करता रहता था। उसने अपने राज्य में घोषणा कराई थी शाम तक बजाय में किसी की कोई चीज नहीं बचें। अगर बचेगी तो स्वयं उसे खरीद लेगा, इसलिए शाम को जो भी चीज बच जाती, वह उसे खरीद लेता। संयोग से एक दिन बजार में एक आदमी शनि की मूर्ति बेचने आया। शनि की मूर्ति को भला भला अपने घर में कौन रखता? किसी ने उसे नहीं खरीदा । अपने वचन के अनुसार राजा ने उसे खरीद लिया और अपने घर में रख लिया। रात हुई राजा की आंख लगी ही थी की अचानक उसके सामने एक मूर्ति आ खड़ी हुई। राजा ने पूछा:- 'तुम कौन हो'  वह बोली:-'राजन, मैं लक्ष्मी हूं। तुम्हारे राज्य से जा रही हूं, क्योंकि तुमने शनि को अपने यहां स्थान दे दिया है।' राजा ने कहा:- मैंने अपने धर्म का पालन किया हैं। सत्य की रक्षा की हैं। तुम जाना ही चाहती हो तो चली जाओ।  उसके जाने के थोड़ी देर बाद राजा के सामने एक दूसरी मूर्ति आई । Satya ki jeet राजा ने पूछा:- तुम कौ

Tenali raman stories in hindi-tenaliram ki chaturai

चित्र
Tenali raman stories in hindi-tenaliram ki chaturai(तेनालीराम की चतुराई) Tenali raman stories in hindi Tenali raman stories in hindi-tenaliram ki chaturai ।एक गर्मी की रात, जब तेनालीराम और उनकी पत्नी हो रहे थे, तो उन्हें बाहर से पत्तियों के सरसराने की आवाज सुनाई दी । उस समय हवा भी नहीं चल रही थी, इसलिए उन्होंने सोचा कि झाड़ियों में चोर छिपे हैं। अब भी सोचने लगे कि उन्हें आखिर क्या करना चाहिए जिससे चोर भी पकड़ा जाए और किसी को कोई नुकसान भी ना हो। तभी तेनालीराम को चोर को पकड़ने की एक युक्ति की सूझी। उन्होंने एक योजना के बारे में सोचा और अपनी पत्नी से कहा, "प्रिय, मैंने सुना है कि हमारे पड़ोस में कुछ कुख्यात चोर रहते हैं।इसलिए हमें अपने सभी गहने और पैसों को छिपा देना चाहिए ताकि वह सुरक्षित रहें। Tenali rama ki kahani थोड़ी देर बाद तेनालीराम और उनकी पत्नी एक बड़े ट्रंक को लेकर घर से निकल पड़े और उसे कुएं में गिरा दिया। तब ही घर के अंदर वापस चली गये, और सो जाने का नाटक करने लगे। चोर थोड़ी देर इंतजार करने लगे और फिर उन्होंने कुएं से पानी खींचना शुरू कर दिया। वे कुएं